जन्म कुंडली में मांगलिक दोष
मंगली दोष कैसे बनता है
जिस जातक की कुंडली में लग्न (कुंडली का प्रथम स्थान), चतुर्थ, सप्तम, अष्टम अथवा द्वादश स्थान में मंगल ग्रह होता है, उसे मांगलिक कहा जाता है। अर्थात उसकी जन्मपत्री में मंगल दोष है।
वधू की कुंडली में इनमें से किसी भाव में मंगल है, तो वर के लिए अशुभ हो सकता है। मंगल ग्रह को ही दांपत्य सुख में इतना बाधक क्यों माना गया . मंगल अग्नि तत्व ग्रह है। इस ग्रह का प्रभाव बिना मंगली जातक/जातिका पर क्रोधाग्नि के रूप में होता है।
द्वादश भाव से शयन सुख और शारीरिक संबंध के लिए बाधक होता है। चतुर्थ भाव का मंगल ग्रह सुख के साधनों के लिए बाधक होता है। सप्तम भाव का मंगल ग्रह पति या पत्नी के प्रेम के लिए बाधक होता है। अष्टम भाव का मंगल ग्रह पति या पत्नी की आयु को क्षीण करता है।
दोष का परिहार
यदि वर और कन्या दोनों की जन्म कुंडलियों में मंगली दोष है।
इसके अलावा यदि वर कन्या में से किसी एक के मंगली दोष है तथा दूसरे की कुंडली के प्रथम, द्वितीय, चतुर्थ, सप्तम, अष्टम अथवा द्वादश भावों में से
किसी भाव में शनि या राहु बैठा हो, तो भी दोष का परिहार नही होता है।
मंगल दोष के कारण :
पुत्रहीनता तथा ऋणग्रस्तता ।
स्त्रियों में कामवासना ।
रोगादि रक्त-सम्बन्धी रोग, पित्त विकार, मज्जा विकार, नेत्र विकार, अस्थिभ्रंश ,जलन, तृष्णा, मिर्गी व उन्माद आदि मानसिक रोग, चर्म रोग, , आॅपरेशन, दुर्घटना, रक्तस्त्राव व घाव, पशुभय, भूत-पिशाच ।
यहां मंगल दोष निवारण के कुछ उपाय दिए गए हैं।
गणेशजी को गुड़ और लाल फूल चढ़ाएं। पूजा करते हुए यह मंत्र पढ़ें , ॐ गं गणपतये नमः’।
हर चार महीने में एक बार मंगलवार को रक्तदान करें।
मंगल यन्त्र की स्थापना करें और मंगल प्रार्थना करें।
मंगलवार व्रत करें।
मंगल चंडिका मंत्र का नियमित जाप करें।
कुम्भ विवाह, विष्णु विवाह और अश्वत्थ विवाह कराएं।
प्रतिदिन हनुमान चालीसा पढ़ें।
चिड़ियों को मीठा खिलाएं
भिखारियों को मीठी रोटी दे ।
बड़ या बरगद की जड़ और मिट्टी में मीठा दूध मिलाकर मस्तक पर तिलक लगाएं।
रेवड़ी, तिल और शक्कर बहते जल में डाले ।
देशी शक्कर छत पर बिखेर दें।
सिन्दूर से हनुमान जी की पूजा करने एवं हनुमान चालीसा का पाठ करे . कार्तिकेय जी की पूजा करे . महामृत्युजय मंत्र का जप करे.
प्रति मंगलवार मंगलदेव के निमित्त विशेष पूजन करना चाहिए।
लाल मसूर की दाल, लाल कपड़े का दान करना चाहिए।
मंगलवार हनुमानजी का पूजन किया जाए। हनुमान चालीसा का पाठ किया जाए। सिंदूर और चमेली का तेल हनुमान जी को चढ़ाएं।
हनुमान जी को गुड़-चने का प्रसाद चढ़ाएं और हनुमान चालिसा का पाठ करें।
मंगलवार को शिवलिंग पर कुमकुम चढ़ाये ।
शिवलिंग पर लाल मसूर की दाल और लाल गुलाब अर्पित करें।
लाल पुष्पों को जल में प्रवाहीत करें।
मंगलवार को गुड़ व मसूर की दाल जरूर खायें।
मीठी रोटियों का दान करें।
ताँबे के तार में डाले गये रूद्राक्ष की माला धारण करें।
मंगलवार को शिवलिंग पर जल चढ़ावे।
बन्दरों को मीठी लाल वस्तु जैसे - जलेबी, इमरती, शक्करपारे खिलावे।शिव जी या हनुमान जी के नित्य दर्शन करें और हनुमान चालीसा या महामृत्युन्जय मंत्र की रोजाना एक माला का जाप करे।
हनुमान जी के मन्दिर में दीपदान करें तथा बजरंग बाण का प्रत्येक मंगलवार को पाठ करे।
गेहूँ , गुड़, मंूगा, मसूर, तांबा, सोना, लाल वस्त्र, केशर - कस्तूरी, लाल पुष्प , लाल चंदन , लाल रंग का बैल, धी, पीले रंग की गाय, मीठा भोजन आदि लाल वस्तुओं का दान मंगलवार को करें।
पति-पत्नि दोनों एक साथ रसोई में बैठकर भोजन करें।
पूर्व दिशा में मुँह करके सूर्य का अर्ध देकर प्रणाम करें। प्रतिदिन तुलसी को जल चढ़ाने और तुलसी पत्र का सेवन करे।
मूंगा या रूद्राक्ष की माला हमेशा अपने गले में धारण करें ।
गायत्री मंत्र का जाप करें ।
सुबह पिता अथवा बड़े भाई का आशीर्वाद लेवें ।
मंगल दोष 28 वे वर्ष में अपने आप समाप्त हो जाता है और बिना कुंडली मिलाये शादी करा देनी चाहिए ये गलत धारणा है
मंगल दोष वाले माता पिता की संतान का 5 वर्ष की आयु तक बेहद खास ध्यान रखने की जरूरत होती
है क्यूंकि उसका immune सिस्टम काफी कमजोर होगा इस बात की बहुत संभावना होती है
मंगल दोष वाले लोग विधुर /विधवा हो जायेंगे ये एक मिथ्या धारणा है
मंगल दोष के कारण लोगो के प्रेम सम्बन्ध टूट जाते है और ये दुःख दे के टूटते है
पिता व भाई की ख़ुशी में कमी होती है
यदि बृहस्पति मजबूत हुआ तो मंगल दोष वाले love मैरिज के बाद भी सम्बन्ध टूट जाने वाली situation आ सकती है
मंगल दोष जब बहुत जादा प्रभावित करता है तो लोग शादी के लिए आपको approach करेंगे लेकिन जैसे ही आप
कही बात करोगे तो वो बात टूट जाएगी आपको कोई response नहीं देगा लोग आपके फ़ोन का उत्तर तक
नहीं देंगे ,रिश्ते नहीं आएंगे आएंगे भी तो टूट जायेंगे
यदि रिश्ते आये भी तो आपकी तरफ से कोशिश करने से बात नहीं बनेगी
किसी ख़राब पार्टनर के साथ जीवन जीने से अच्छा है की अकेले ही रहा जाये
ज्योतिष के according 70% लोग मंगल दोष से प्रभावित या पीड़ित मिलेंगे
पति पत्नी में मंगल दोष हो तो वो एक दूसरे की इज्जत नहीं करेंगे
मंगल की छाया या आंशिक मंगल कुछ लोग बोलते है ऐसा नहीं होता
मंगल दोष से प्रभावित लोगो को लम्बे समय तक (या सही शब्दों में जीवन पर्यंत उपाय करने चाहिए)
खून में heamoglobin कम होने पे हरी मिर्च खाए ये आपकी मदद करती है
यदि किसी की कुंडली में मंगल दोष है तो प्रेम संबंधो में सावधान रहने की जरूरत है
अधिकतर ऐसे सम्बन्ध चरित्र पे दाग लग के टूट जाते है
misconception जो मंगली/मंगल दोष से प्रभावित होते है उनका विवाह नहीं होता
मंगल दोष वाले माता पिता की संतान को कष्ट होता है
मंगल शारीरिक शक्ति को denote करता है यदि कमजोर होगा तो शारीरिक उर्जा कम होगी
ऐसे लोगो की संतान बीमार बहुत जल्दी जल्दी होगी ,यदि आपको मंगल दोष हो तो
ऐसे माता पिता अपने घर का माहौल शांत रखे
misconcept मंगल दोष वालो का मंगल दोष जीवन के 28वे वर्ष में ख़त्म हो जाता है
ये बात सही नहीं है
जीवन मन्त्र जो लोग अपने इष्ट की साधना पूजा अच्छे समय में भी करते रहते है नियमित रूप से
वो लोग अपने जीवन में आने वाले कठिन समय से पार हो जाते है उनके सामने रास्ता बन जाता है उस
कठिन समय में भी जो व्यक्ति अपने इष्ट में विश्वास नहीं रखता इष्ट की साधना नहीं करता उस व्यक्ति के
रास्ते बंद हो जाते है और बुरा वक्त उसे हरा देता है
परंपरा हनुमान जी की एक विशेष साधना करी जाती है ये मूलतः धन की रक्षा के लिये करी जाती है जीवन
में कभी भी किसी प्रकार की दिक्कत आती है या कभी भी आपको रक्षा की आवश्यकता हो
तो आप इस उपाय को कर सकते है धन की रक्षा के लिए हनुमान जी की विशेष साधना ये है की पूर्णमासी को
मौली से नारियल बांध कर उन्हें अर्पित करे और फिर वही से हनुमान जी के चरणों का तिलक ले के आइये और
फिर उसे अपनी तिजोरी पे लगा दीजिये ये यदि आपका ईमानदारी का धन है लेकिन खतरे में पड़ गया है तो
हनुमान जी अपने आप जिम्मेदारी ले के ठीक कर देते है
मंगल दोष से प्रभावित माँ अपने बच्चे की सेहत को ले के काफी परेशान (possesive ) रहती है
माँ या पिता दोनों अपने बच्चे को ले के काफी possesive होते है
मंगल दोष जिन लोगो की कुंडली में हो वो शादी होने के बाद भी अलग अलग कुम्भ विवाह जरूर करा ले
मंगल दोष से प्रभावित पिता अपने बच्चो पे क्रोध बहुत करते है
इससे उनका बच्चा चिड चिड़ा हो जाता है या उसका स्वभाव आगे चल कर विद्रोही बन जाता है
मंगल दोष के उपाय के तौर पे
माँ /साधू संत /बन्दर की सेवा करे
लाल मिर्च का सेवन न करे (मंगल दोष वाले )
लाल रंग से बहुत परहेज करना है
कुश के आसन पे बैठ कर ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः या
ॐ अं अंगारकाय नमः मन्त्र का लाल चन्दन की माला से जप करे रुद्राक्ष की माला पे भी कर सकते है
मंगल दोष वालो को हमेशा सर दर्द बना रहता है
चीनी /शहद /गुड़ का दान मेहनत मजदूरी करने वाले लोगो को जरूर करे (ये भिक्षा नहीं है )
ऐसे लोगो को ताम्बे का छल्ला मंगलवार को अनामिका में धारण कर लेना चाहिए वैवाहिक
जीवन के दुःख भी शांत होंगे और सर दर्द पे भी असर पड़ेगा
थोड़े से चावलों को बहते हुए पानी में डाल दीजियेगा ज्यादा चावल की जरूरत नहीं है उपाय केवल संकेत मात्र होता है
चांदी की ठोस गोली गले में सोमवार को जरूर धारण करियेगा
मिटटी के बर्तन में 5 लाल ईंट डाल कर किसी निर्जन स्थान में दबाये जीवन भर ये करे महीने में 1 बार ये उपाय जरूर करे (जीवन भर )
किसी पूजा स्थान आश्रम या मजदूर के घर की दिवार बनवाये
यदि शादी में compromise करना पड़े तो उसे मन से करियेगा
मंगल ब्लड या RH factor का भी स्वामी है यदि मंगल सही से मैच न हो तो ऐसे लोगो को संतान होने में
कष्ट हो जाता है ,कई लडकियो में शादी के बाद hormonal disturbance हो जाते है और उसकी वजह
से संतान होने में काफी कष्ट होता है ,
मंगल दोषह दोष से प्रभावित लोगो को अकेले नहीं रहना चाहिये
मंगल दोष वाले बच्चो के पिता (पिता की कुंडली में मंगल दोष ) उनपे बहुत गुस्सा करते है
उससे बच्चा विद्रोही हो जाता है
मंगल दोष से प्रभावित लोगो की कुंडली में गण मिलाये बिना विवाह न करे
उचित गण मिल जाने पे मंगल दोष काफी हद तक कम हो जाता है
किसी पूजा स्थान की दीवार जरूर बनवाये चाहे वो 1 इंच की ही क्यूँ न हो
मंगली दोष कैसे बनता है
जिस जातक की कुंडली में लग्न (कुंडली का प्रथम स्थान), चतुर्थ, सप्तम, अष्टम अथवा द्वादश स्थान में मंगल ग्रह होता है, उसे मांगलिक कहा जाता है। अर्थात उसकी जन्मपत्री में मंगल दोष है।
वधू की कुंडली में इनमें से किसी भाव में मंगल है, तो वर के लिए अशुभ हो सकता है। मंगल ग्रह को ही दांपत्य सुख में इतना बाधक क्यों माना गया . मंगल अग्नि तत्व ग्रह है। इस ग्रह का प्रभाव बिना मंगली जातक/जातिका पर क्रोधाग्नि के रूप में होता है।
द्वादश भाव से शयन सुख और शारीरिक संबंध के लिए बाधक होता है। चतुर्थ भाव का मंगल ग्रह सुख के साधनों के लिए बाधक होता है। सप्तम भाव का मंगल ग्रह पति या पत्नी के प्रेम के लिए बाधक होता है। अष्टम भाव का मंगल ग्रह पति या पत्नी की आयु को क्षीण करता है।
दोष का परिहार
यदि वर और कन्या दोनों की जन्म कुंडलियों में मंगली दोष है।
इसके अलावा यदि वर कन्या में से किसी एक के मंगली दोष है तथा दूसरे की कुंडली के प्रथम, द्वितीय, चतुर्थ, सप्तम, अष्टम अथवा द्वादश भावों में से
किसी भाव में शनि या राहु बैठा हो, तो भी दोष का परिहार नही होता है।
मंगल दोष के कारण :
पुत्रहीनता तथा ऋणग्रस्तता ।
स्त्रियों में कामवासना ।
रोगादि रक्त-सम्बन्धी रोग, पित्त विकार, मज्जा विकार, नेत्र विकार, अस्थिभ्रंश ,जलन, तृष्णा, मिर्गी व उन्माद आदि मानसिक रोग, चर्म रोग, , आॅपरेशन, दुर्घटना, रक्तस्त्राव व घाव, पशुभय, भूत-पिशाच ।
यहां मंगल दोष निवारण के कुछ उपाय दिए गए हैं।
गणेशजी को गुड़ और लाल फूल चढ़ाएं। पूजा करते हुए यह मंत्र पढ़ें , ॐ गं गणपतये नमः’।
हर चार महीने में एक बार मंगलवार को रक्तदान करें।
मंगल यन्त्र की स्थापना करें और मंगल प्रार्थना करें।
मंगलवार व्रत करें।
मंगल चंडिका मंत्र का नियमित जाप करें।
कुम्भ विवाह, विष्णु विवाह और अश्वत्थ विवाह कराएं।
प्रतिदिन हनुमान चालीसा पढ़ें।
चिड़ियों को मीठा खिलाएं
भिखारियों को मीठी रोटी दे ।
बड़ या बरगद की जड़ और मिट्टी में मीठा दूध मिलाकर मस्तक पर तिलक लगाएं।
रेवड़ी, तिल और शक्कर बहते जल में डाले ।
देशी शक्कर छत पर बिखेर दें।
सिन्दूर से हनुमान जी की पूजा करने एवं हनुमान चालीसा का पाठ करे . कार्तिकेय जी की पूजा करे . महामृत्युजय मंत्र का जप करे.
प्रति मंगलवार मंगलदेव के निमित्त विशेष पूजन करना चाहिए।
लाल मसूर की दाल, लाल कपड़े का दान करना चाहिए।
मंगलवार हनुमानजी का पूजन किया जाए। हनुमान चालीसा का पाठ किया जाए। सिंदूर और चमेली का तेल हनुमान जी को चढ़ाएं।
हनुमान जी को गुड़-चने का प्रसाद चढ़ाएं और हनुमान चालिसा का पाठ करें।
मंगलवार को शिवलिंग पर कुमकुम चढ़ाये ।
शिवलिंग पर लाल मसूर की दाल और लाल गुलाब अर्पित करें।
लाल पुष्पों को जल में प्रवाहीत करें।
मंगलवार को गुड़ व मसूर की दाल जरूर खायें।
मीठी रोटियों का दान करें।
ताँबे के तार में डाले गये रूद्राक्ष की माला धारण करें।
मंगलवार को शिवलिंग पर जल चढ़ावे।
बन्दरों को मीठी लाल वस्तु जैसे - जलेबी, इमरती, शक्करपारे खिलावे।शिव जी या हनुमान जी के नित्य दर्शन करें और हनुमान चालीसा या महामृत्युन्जय मंत्र की रोजाना एक माला का जाप करे।
हनुमान जी के मन्दिर में दीपदान करें तथा बजरंग बाण का प्रत्येक मंगलवार को पाठ करे।
गेहूँ , गुड़, मंूगा, मसूर, तांबा, सोना, लाल वस्त्र, केशर - कस्तूरी, लाल पुष्प , लाल चंदन , लाल रंग का बैल, धी, पीले रंग की गाय, मीठा भोजन आदि लाल वस्तुओं का दान मंगलवार को करें।
पति-पत्नि दोनों एक साथ रसोई में बैठकर भोजन करें।
पूर्व दिशा में मुँह करके सूर्य का अर्ध देकर प्रणाम करें। प्रतिदिन तुलसी को जल चढ़ाने और तुलसी पत्र का सेवन करे।
मूंगा या रूद्राक्ष की माला हमेशा अपने गले में धारण करें ।
गायत्री मंत्र का जाप करें ।
सुबह पिता अथवा बड़े भाई का आशीर्वाद लेवें ।
मंगल दोष 28 वे वर्ष में अपने आप समाप्त हो जाता है और बिना कुंडली मिलाये शादी करा देनी चाहिए ये गलत धारणा है
मंगल दोष वाले माता पिता की संतान का 5 वर्ष की आयु तक बेहद खास ध्यान रखने की जरूरत होती
है क्यूंकि उसका immune सिस्टम काफी कमजोर होगा इस बात की बहुत संभावना होती है
मंगल दोष वाले लोग विधुर /विधवा हो जायेंगे ये एक मिथ्या धारणा है
मंगल दोष के कारण लोगो के प्रेम सम्बन्ध टूट जाते है और ये दुःख दे के टूटते है
पिता व भाई की ख़ुशी में कमी होती है
यदि बृहस्पति मजबूत हुआ तो मंगल दोष वाले love मैरिज के बाद भी सम्बन्ध टूट जाने वाली situation आ सकती है
मंगल दोष जब बहुत जादा प्रभावित करता है तो लोग शादी के लिए आपको approach करेंगे लेकिन जैसे ही आप
कही बात करोगे तो वो बात टूट जाएगी आपको कोई response नहीं देगा लोग आपके फ़ोन का उत्तर तक
नहीं देंगे ,रिश्ते नहीं आएंगे आएंगे भी तो टूट जायेंगे
यदि रिश्ते आये भी तो आपकी तरफ से कोशिश करने से बात नहीं बनेगी
किसी ख़राब पार्टनर के साथ जीवन जीने से अच्छा है की अकेले ही रहा जाये
ज्योतिष के according 70% लोग मंगल दोष से प्रभावित या पीड़ित मिलेंगे
पति पत्नी में मंगल दोष हो तो वो एक दूसरे की इज्जत नहीं करेंगे
मंगल की छाया या आंशिक मंगल कुछ लोग बोलते है ऐसा नहीं होता
मंगल दोष से प्रभावित लोगो को लम्बे समय तक (या सही शब्दों में जीवन पर्यंत उपाय करने चाहिए)
खून में heamoglobin कम होने पे हरी मिर्च खाए ये आपकी मदद करती है
यदि किसी की कुंडली में मंगल दोष है तो प्रेम संबंधो में सावधान रहने की जरूरत है
अधिकतर ऐसे सम्बन्ध चरित्र पे दाग लग के टूट जाते है
misconception जो मंगली/मंगल दोष से प्रभावित होते है उनका विवाह नहीं होता
मंगल दोष वाले माता पिता की संतान को कष्ट होता है
मंगल शारीरिक शक्ति को denote करता है यदि कमजोर होगा तो शारीरिक उर्जा कम होगी
ऐसे लोगो की संतान बीमार बहुत जल्दी जल्दी होगी ,यदि आपको मंगल दोष हो तो
ऐसे माता पिता अपने घर का माहौल शांत रखे
misconcept मंगल दोष वालो का मंगल दोष जीवन के 28वे वर्ष में ख़त्म हो जाता है
ये बात सही नहीं है
जीवन मन्त्र जो लोग अपने इष्ट की साधना पूजा अच्छे समय में भी करते रहते है नियमित रूप से
वो लोग अपने जीवन में आने वाले कठिन समय से पार हो जाते है उनके सामने रास्ता बन जाता है उस
कठिन समय में भी जो व्यक्ति अपने इष्ट में विश्वास नहीं रखता इष्ट की साधना नहीं करता उस व्यक्ति के
रास्ते बंद हो जाते है और बुरा वक्त उसे हरा देता है
परंपरा हनुमान जी की एक विशेष साधना करी जाती है ये मूलतः धन की रक्षा के लिये करी जाती है जीवन
में कभी भी किसी प्रकार की दिक्कत आती है या कभी भी आपको रक्षा की आवश्यकता हो
तो आप इस उपाय को कर सकते है धन की रक्षा के लिए हनुमान जी की विशेष साधना ये है की पूर्णमासी को
मौली से नारियल बांध कर उन्हें अर्पित करे और फिर वही से हनुमान जी के चरणों का तिलक ले के आइये और
फिर उसे अपनी तिजोरी पे लगा दीजिये ये यदि आपका ईमानदारी का धन है लेकिन खतरे में पड़ गया है तो
हनुमान जी अपने आप जिम्मेदारी ले के ठीक कर देते है
मंगल दोष से प्रभावित माँ अपने बच्चे की सेहत को ले के काफी परेशान (possesive ) रहती है
माँ या पिता दोनों अपने बच्चे को ले के काफी possesive होते है
मंगल दोष जिन लोगो की कुंडली में हो वो शादी होने के बाद भी अलग अलग कुम्भ विवाह जरूर करा ले
मंगल दोष से प्रभावित पिता अपने बच्चो पे क्रोध बहुत करते है
इससे उनका बच्चा चिड चिड़ा हो जाता है या उसका स्वभाव आगे चल कर विद्रोही बन जाता है
मंगल दोष के उपाय के तौर पे
माँ /साधू संत /बन्दर की सेवा करे
लाल मिर्च का सेवन न करे (मंगल दोष वाले )
लाल रंग से बहुत परहेज करना है
कुश के आसन पे बैठ कर ॐ क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः या
ॐ अं अंगारकाय नमः मन्त्र का लाल चन्दन की माला से जप करे रुद्राक्ष की माला पे भी कर सकते है
मंगल दोष वालो को हमेशा सर दर्द बना रहता है
चीनी /शहद /गुड़ का दान मेहनत मजदूरी करने वाले लोगो को जरूर करे (ये भिक्षा नहीं है )
ऐसे लोगो को ताम्बे का छल्ला मंगलवार को अनामिका में धारण कर लेना चाहिए वैवाहिक
जीवन के दुःख भी शांत होंगे और सर दर्द पे भी असर पड़ेगा
थोड़े से चावलों को बहते हुए पानी में डाल दीजियेगा ज्यादा चावल की जरूरत नहीं है उपाय केवल संकेत मात्र होता है
चांदी की ठोस गोली गले में सोमवार को जरूर धारण करियेगा
मिटटी के बर्तन में 5 लाल ईंट डाल कर किसी निर्जन स्थान में दबाये जीवन भर ये करे महीने में 1 बार ये उपाय जरूर करे (जीवन भर )
किसी पूजा स्थान आश्रम या मजदूर के घर की दिवार बनवाये
यदि शादी में compromise करना पड़े तो उसे मन से करियेगा
मंगल ब्लड या RH factor का भी स्वामी है यदि मंगल सही से मैच न हो तो ऐसे लोगो को संतान होने में
कष्ट हो जाता है ,कई लडकियो में शादी के बाद hormonal disturbance हो जाते है और उसकी वजह
से संतान होने में काफी कष्ट होता है ,
मंगल दोषह दोष से प्रभावित लोगो को अकेले नहीं रहना चाहिये
मंगल दोष वाले बच्चो के पिता (पिता की कुंडली में मंगल दोष ) उनपे बहुत गुस्सा करते है
उससे बच्चा विद्रोही हो जाता है
मंगल दोष से प्रभावित लोगो की कुंडली में गण मिलाये बिना विवाह न करे
उचित गण मिल जाने पे मंगल दोष काफी हद तक कम हो जाता है
किसी पूजा स्थान की दीवार जरूर बनवाये चाहे वो 1 इंच की ही क्यूँ न हो
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