Saturday, 20 September 2014

बैंगन से होने वाले स्वास्थ लाभ

बैंगन से होने वाले स्वास्थ लाभ

बैंगन को एगप्लांट और ओबर्शीन के नाम से भी जाना जाता है। इसमें कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं। ढेरों तरह के स्वास्थ लाभ के कारण बैंगन कईयों की पसंदीदा सब्जी है। कुछ शोध में यह बात सामने आई कि बैंगन में किसी दूसरे पौधों की तुलना में ज्यादा निकोटीन पाया जाता है। ऐसे में यह सवाल जरूर खड़ा होता है कि क्या बैंगन स्वास्थ के लिए अच्छा है? पर हम आपको बता दें कि निकोटीन काफी कम मात्रा में पाई जाती है और इससे शरीर को नुकसान नहीं पहुंचता है। एक बार जब आप बैंगन से होने वाले फायदों के बारे में जान जाएंगे तो आपके मन में इसके अच्छा या बुरा होने का सवाल ही नहीं आएगा। आइए हम आपको बैंगन से होने वाले स्वास्थ लाभ के बारे में बताते हैं। इसे जानने के बाद आप निश्चित रूप से बैंगन को अपने आहार में शामिल करना चाहेंगे।

फ्री रेडिकल्स से लड़े


 फ्री रेडिकल्स हर तरह के सेल डैमिज के​ लिए जिम्मेदार होता है। बैंगन में बड़ी मात्रा में एंटीआक्सीडेंट पाया जाता है, जिससे यह फ्री रेडिकल्स से लड़ता है। बैंगन में पाए जाने वाले एंटीआक्सीडेंट में क्लोरोजेनिक एसिड प्रमुख है जो फ्री रेडिकल्स पर असर करके बीमारी को रोकता है।

स्वस्थ दिल 


बैंगन के नियमित सेवन से कोलेस्टेरोल के स्तर को कम किया जा सकता है। साथ ही यह ब्लड प्रेशर को भी सामान्य रखने में मदद करता है। जब कोलेस्टेरोल लेवल और ब्लड प्रेशर सामान्य रहता है तो इससे दिल की बीमारी का खतरा भी कम होता है।

स्वस्थ मस्तिष्क 


यह बैंगन का एक प्रमुख स्वास्थ लाभ है। बैंगन में फाइटोन्यूट्रीअंट पाया जाता है जो सेल मेंबरेंस को किसी भी तरह के नुकसान से सुरक्षित रखता है। साथ ही इससे याददाश्त भी बेहतर होती है।

अतिरिक्त आइरन को हटाए 


बैंगन के नियमित सेवन से शरीर में मौजूद अतिरिक्त आइरन कम होगा। पॉलीसिथेमिया के मरीज के लिए यह काफी फायदेमंद होता है। बैंगन में नासुनिन नामक एक यौगिक पाया जाता है जो अतिरिक्त आइरन को हटाने में मदद करता है।

बैक्टीरिया को रखे दूर


 बैंगन आपको इंफैक्शन से भी दूर रखेगा। इसमें बड़ी मात्रा में विटामिन सी पाया जाता है जो कि इंफैक्शन से लड़ने में मदद करता है। आप बैंगन को अपने आहार में शामिल कर यह लाभ उठा सकता हैं।

इम्यून सिस्टम को करे मजबूत


 बैंगन आपके इम्यून सिस्टम को भी मजबूत करेगा। इससे आप स्वस्थ रहने के साथ-साथ फिट भी रहेंगे। इसमें पाए जाने वाले फाइटोन्यूट्रीअंट और विटामिन सी से शरीर को काफी फायदा पहुंचता है।

स्मोकिंग छोड़ें 


स्मोकिंग छोड़ने के लिए अगर आप प्राकृतिक निकोटीन रिप्लेसमेंट थेरेपी के बारे में सोच रहे हैं तो बैंगन इसका एक अच्छा विकल्प है। ऐसा इसलिए है क्योंकि बैंगन में निकोटीन पाया जाता है।

स्वस्थ त्वचा


 बैंगन में बड़ी संख्या में मिनरल्स, विटामिन और आहार संबंधी फाइबर पाया जाता है। यह डिटॉक्सीफिकेशन में मदद करता है, जिससे त्वचा में निखार आता है। बैंगन की सतह पर पाया जाने वाला एंथोसियानिन एक शक्तिशाली एंटी-एजिंग एजेंट होता है।

हेयर केयर 


बैंगन के सेवन से सिर की खाल हाइड्रेटेड रहेगी। बैंगन में पाए जाने वाले कुछ एंजाइम हेयर फालिकल्स को प्रेरित करने में मदद करते हैं। इससे बाल बढ़ने के साथ-साथ यह स्वस्थ भी रहेगा।

हाइड्रेट स्किन 


यह बैंगन का एक प्रमुख स्वास्थ लाभ है। बैंगन में काफी मात्रा में पानी पाया जाता है। इससे आपकी स्किन को हाइड्रेट रखने में मदद मिलेगी। साथ ही बैंगन के सेवन से आप ड्राइ स्किन और इससे जुड़ी समस्याओं से​ निजात पा सकेंगे।

गुड़ से 10 कमाल स्वास्थ्य लाभ (गुड़)

आप में से कितने अपने दादा दादी और लंच या डिनर के बाद गुड़ खा माता पिता को देखा है! वे इसे खाने के लिए और साथ ही साथ दूसरों के लिए यह सिफारिश करते हैं तुम्हें पता है क्यों? इसके पीछे के कारणों में से एक नंबर रहे हैं. गुड़ के असंख्य स्वास्थ्य लाभ कर रहे हैं. यह एक कच्चे मिठाई या मीठा एजेंट बल्कि कई बीमारियों के लिए एक अद्भुत उपाय नहीं है बस.

गुड़ एनीमिया, अस्थमा, जोड़ों में दर्द और मासिक धर्म में दर्द के लिए एक महान उपाय है. यह भी पाचन में एड्स रक्त शुद्ध और ऐसे acnes और pimples के रूप में समस्याओं से दूर त्वचा रहता है.यह हमें ऊर्जा के बहुत सारे प्रदान करता है के रूप में यह एक महान ऊर्जा बूस्टर है. आप दिन के किसी भी बिंदु पर सूखा लगता है, पानी के साथ गुड़ का एक टुकड़ा आप के लिए चमत्कार कर सकते हैं.
कुछ लोगों की वजह से अपने कच्चे उपस्थिति की तरह नहीं है. यह बहुत unappealing हो सकता है गहरे भूरे रंग और ठोस या भावुक बनावट, पीले है, लेकिन अपने स्वास्थ्य लाभ महान हैं. आप अपने कच्चे रूप में यह पसंद नहीं है, तो आप गुड़ laddoos हो सकता है. ये laddoos बादाम, काजू, अखरोट, मूंगफली और गुड़ की तरह सूखे मेवे के बहुत से बना रहे हैं. यह रूप में अच्छी तरह से अपने स्वाद और आंखों संतोषजनक जबकि अपने स्वास्थ्य लाभ हासिल करने के लिए एक शानदार तरीका है.
रक्त शुद्ध 
गुड़ स्वादिष्ट स्वाद लेकिन यह भी रक्त शुद्ध है कि न केवल एक अद्भुत मिठाई है. यह हमारे रक्त के लिए एक सफाई एजेंट के रूप में कार्य करता है और यह शुद्ध. आप बस अपने आहार में जोड़ने के लिए है और अपने फायदे हैं. पाचन के लिए अच्छा 
गुड़ प्राकृतिक सफाई गुण है, यह भी पाचन समस्याओं से छुटकारा मदद करता है. आप पानी या दूध के साथ हर दिन गुड़ का एक टुकड़ा खाने हैं, तो आपके शरीर के सभी विषाक्त पदार्थों से मुक्त हो जाएगा.

अपने पेट ठंडा
हर दिन पानी के साथ गुड़ की एक मध्यम आकार के टुकड़े होने पर आपके शरीर और पेट के लिए बहुत अच्छा है. खास तौर पर गर्मियों के दौरान, यह आपके पेट और पूरे शरीर का तापमान शांत होता है.

एनीमिया से बचाता है 
यह एनीमिया से पीड़ित महिलाओं के लिए एक महान उपाय है. गुड़ लोहे की एक समृद्ध स्रोत है और महिलाओं को अपने दैनिक आहार में जोड़ने, तो यह उन्हें एनीमिया से छुटकारा पाने में मदद करता है. यह एक सभी महिलाओं, विशेष रूप से किशोरों और गर्भवती महिलाओं के लिए खाना चाहिए है. 

त्वचा के लिए अच्छा 
गुड़ भी आपकी त्वचा के लिए अच्छा है. यह आपकी त्वचा को स्वस्थ और आकर्षक बनाता है. आप अपनी त्वचा पर मुँहासे और pimples है, तो हर दिन jiggery खाते हैं. आप निश्चित रूप से दूर जा रहा है उन्हें देखते हैं और एक सुंदर और निर्दोष त्वचा मिलता है. जाएगा 


खांसी और सर्दी इलाज 
यह सूखी खाँसी और सर्दी का इलाज करने के लिए एक पुरानी उपाय है. आप अपने कच्चे रूप में गुड़ खाना पसंद नहीं करते हैं, तो आप तिल के बीज और गुड़ के साथ बना रहे हैं जो गुड़ laddoos, कोशिश कर सकते हैं. वे. स्वाद में बहुत अच्छा कर रहे हैं 

तुरंत ऊर्जा प्रदान करता है 
आप बहुत थक गया और थक रहे हैं, गुड़ है. यह एक पल ऊर्जा प्रदाता है. गुड़ के बारे में सबसे अच्छी बात यह पचता है और धीरे धीरे बदले में रक्त शर्करा के स्तर को तुरंत. उठाना नहीं है जो अवशोषित कर लेता है कि है 


रोकता है अस्थमा.
गुड़ यह अस्थमा के इलाज के लिए एक शानदार उपाय के रूप में अक्सर, अस्थमा के रोगियों के लिए सिफारिश की है. यह अस्थमा के रोगियों के लिए बहुत अच्छा है जो शरीर के तापमान को नियंत्रित करता है, जो इस तरह के गुण है. यह भी विरोधी एलर्जी गुण है. 


जोड़ों में दर्द कम कर देता है 
आप जोड़ों के दर्द से पीड़ित हैं, गुड़, यह आप के लिए अद्भुत है खाते हैं. अदरक का एक टुकड़ा हर दिन के साथ गुड़ खाओ, यह निश्चित रूप से आप जोड़ों के दर्द से छुटकारा पाने में मदद मिलेगी. गुड़ भी माइग्रेन रोगियों. के लिए अच्छा है 


इलाज मासिक धर्म में दर्द 
कई लड़कियों को उनके मासिक धर्म चक्र के दौरान तीव्र दर्द सहन. आप भी इस समस्या है, तो गुड़ खाते हैं. यह पूर्व के दर्द को दूर करने में मदद करता. आपको कम से कम एक बार दैनिक में यह होना चाहिए.

बालों को काला घना और मजबूत बनाने के लिए कुछ आयुर्वेदिक नुस्खें

बालों को काला घना और मजबूत बनाने के लिए कुछ आयुर्वेदिक नुस्खें




1- घी खाएं और बालों के जड़ों में घी मालिश करें।

2- गेहूं के जवारे का रस पीने से भी बाल कुछ समय बाद काले हो जाते हैं।

3- तुरई या तरोई के टुकड़े कर उसे धूप मे सूखा कर कूट लें। फिर कूटे हुए मिश्रण में इतना नारियल तेल डालें कि वह डूब जाएं। इस तरह चार दिन तक उसे तेल में डूबोकर रखें फिर उबालें और छान कर बोतल भर लें। इस तेल की मालिश करें। बाल काले होंगे।

4- नींबू के रस से सिर में मालिश करने से बालों का पकनागिरना दूर हो जाता है। नींबू के रस में पिसा हुआ सूखा आंवला मिलाकर सफेद बालों पर लेप करने से बाल काले होते हैं।

5- बर्रे(पीली) का वह छत्ता जिसकी मक्खियाँ उड़ चुकी हो 25 ग्राम, 10-15 देसी गुड़हल के पत्ते,1/2 लीटर नारियल तेल में मंद मंद आग पर उबालें सिकते-सिकते जब छत्ता काला हो जाये तो तेल को अग्नि से हटा दें. ठंडा हो जाने पर छान कर तेल को शीशी में भर लें. प्रतिदिन सिर पर इसकी हल्के हाथ से मालिश करने से बाल उग जाते हैं और गंजापन दूर होता है.

6- कुछ दिनों तकनहाने से पहले रोजाना सिर में प्याज का पेस्ट लगाएं। बाल सफेद से काले होने लगेंगे।

7- नीबू के रस में आंवला पाउडर मिलाकर सिर पर लगाने से सफेद बाल काले हो जाते हैं।

8- तिल का तेल भी बालों को काला करने में कारगर है।

9- आधा कप दही में चुटकी भर काली मिर्च और चम्मच भर नींबू रस मिलाकर बालों में लगाए। 15 मिनट बाद बाल धो लें। बाल सफेद से काले होने लगेंगे।

10- नीम का पेस्ट सिर में कुछ देर लगाए रखें। फिर बाल धो लें। बाल झड़ना बंद हो जाएगा।

11- चाय पत्ती के उबले पानी से बाल धोएं। बाल कम गिरेंगे।

12- बेसन मिला दूध या दही के घोल से बालों को धोएं। फायदा होगा।

13- दस मिनट का कच्चे पपीता का पेस्ट सिर में लगाएं। बाल नहीं झड़ेंगे और डेंड्रफ (रूसी) भी नहीं होगी।

14- 50 ग्राम कलौंजी लीटर पानी में उबाल लें। इस उबले हुए पानी से बालों को धोएं। इससे बाल महीने में ही काफी लंबे हो जाते हैं।

15- नीम और बेर के पत्तो को पानी के साथ पीसकर सिर पर लगा लें और इसके 2-3 घण्टों के बाद बालों को धो डालें। इससे बालों का झड़ना कम हो जाता है और बाल लंबे भी होते हैं।

16- लहसुन का रस निकालकर सिर में लगाने से बाल उग आते हैं।

17- सीताफल के बीज और बेर के बीज के पत्ते बराबर मात्रा में लेकर पीसकर बालों की जड़ों में लगाएं। ऐसा करने से बाल लंबे हो जाते हैं।

18- 10 ग्राम आम की गिरी को आंवले के रस में पीसकर बालों में लगाना चाहिए। इससे बाल लंबे और घुंघराले हो जाते हैं।

19- शिकाकाई और सूखे आंवले को 25-25 ग्राम लेकर थोड़ा-सा कूटकर इसके टुकड़े कर लें। इन टुकड़ों को 500 ग्राम पानी में रात को डालकर भिगो दें। सुबह इस पानी को कपड़े के साथ मसलकर छान लें और इससे सिर की मालिश करें। 10-20 मिनट बाद नहा लें। इस तरह शिकाकाई और आंवलों के पानी से सिर को धोकर और बालों के
सूखने पर नारियल का तेल लगाने से बाल लंबेमुलायम और चमकदार बन जाते हैं।

20- ककड़ी में सिलिकन और सल्फर अधिक मात्रा में होता है जो बालों को बढ़ाते हैं। ककड़ी के रस से बालों को धोने से तथा ककड़ीगाजर और पालक सबको मिलाकर रस पीने से बाल बढ़ते हैं। यदि यह सब उपलब्ध न हो तो जो भी मिले उसका रस मिलाकर पी लें। इस प्रयोग से नाखून गिरना भी बन्द हो जाता है।

21- कपूर कचरी 100 ग्रामनागरमोथा 100 ग्रामकपूर तथा रीठे के फल की गिरी 40-40 ग्रामशिकाकाई 250 ग्राम और आंवले 200 ग्राम की मात्रा में लेकर सभी का चूर्ण तैयार कर लें। इस मिश्रण के 50 ग्राम चूर्ण में पानी मिलाकर लुग्दी(लेप) बनाकर बालों में लगाना चाहिए। इसके पश्चात् बालों को गरम पानी से खूब साफ कर लें। इससे सिर के अन्दर की जूं-लींकें मर जाती हैं और बाल मुलायम हो जाते हैं।

22- गुड़हल के फूलों के रस को निकालकर सिर में डालने से बाल बढ़ते हैं।

23- गुड़हल के ताजे फूलों के रस में जैतून का तेल बराबर मिलाकर आग पर पकायेंजब जल का अंश उड़ जाये तो इसे शीशी में भरकर रख लें। रोजाना नहाने के बाद इसे बालों की जड़ों में मल-मलकर लगाना चाहिए। इससे बाल चमकीले होकर लंबे हो जाते हैं।

24- बालों को छोटा करके उस स्थान पर जहां पर बाल न हों भांगरा के पत्तों के रस से मालिश करने से कुछ ही दिनों में अच्छे काले बाल निकलते हैं जिनके बाल टूटते हैं या दो मुंहे हो जाते हैं।

25- त्रिफला के चूर्ण को भांगरा के रस में उबाल देकर अच्छी तरह से सुखाकर खरल यानी पीसकर रख लें। इसे प्रतिदिन सुबह के समय लगभग 2ग्राम तक सेवन करने से बालों का सफेद होना बन्द जाता है तथा इससे आंखों की रोशनी भी बढ़ती है।

26- आंवलों का मोटा चूर्ण करकेचीनी के मिट्टी के प्याले में रखकर ऊपर से भांगरा का इतना डाले कि आंवले उसमें डूब जाएं। फिर इसे खरलकर सुखा लेते हैं। इसी प्रकार भावनाएं (उबाल) देकर सुखा लेते हैं। प्रतिदिन ग्राम की मात्रा में ताजे पानी के साथ सेवन से करने से असमय ही बालों का सफेद होना बन्द जाता
है। यह आंखों की रोशनी को बढ़ाने वालाउम्र को बढ़ाने वाला लाभकारी योग है।

27- भांगरात्रिफलाअनन्तमूल और आम की गुठली का मिश्रण तथा 10 ग्राम मण्डूर कल्क व आधा किलो तेल को एक लीटर पानी के साथ पकायें। जब केवल तेल शेष बचे तो इसे छानकर रख लें। इसके प्रयोग से बालों के सभी प्रकार के रोग मिट जाते हैं।

28- 250 ग्राम अमरबेल को लगभग लीटर पानी में उबालें। जब पानी आधा रह जाये तो इसे उतार लें। सुबह इससे बालों को धोयें। इससे बाल लंबे होते हैं।


29- त्रिफला के से ग्राम चूर्ण में लगभग ग्राम का चौथा भाग लौह भस्म मिलाकर सुबह-शाम सेवन करने से बालों का झड़ना बन्द हो जाता है

Friday, 19 September 2014

अंडे के बारे में इन 9 बातों से अनजान हैं आप

अंडे के फायदे
'संडे हो या मंडे रोज खाओ अंडे' वाली कहावत यूं ही नहीं प्रचलित है, वास्‍तव में अंडा अपने स्‍वास्‍थ्‍यवर्धक गुणों के कारण लोगों के बीच खासा लोकप्रिय है। ब्रेकफास्‍ट में अंडा खाना लोगों की पहली पसंद बनता जा रहा है। केवल अमेरिकन एग बोर्ड की मानें तो हर साल प्रत्‍येक व्‍यक्ति सामान्‍यतया 255 अंडों का सेवन करता है। लेकिन अंडों के बारे में कई बातें ऐसी हैं जिनसे शायद आप अभी तक अनजान हैं।

अंडे का आकार
अंडे का आकार एक जैसा नहीं है, बल्कि इसका आकार कई प्रकार का है। अंडे छोटे, मध्‍यम और बड़े तीनों प्रकार के आकार में आता है। यानी अगर आपकी भूख एक छोटा अंडा खाने की है तो आप छोटा अंडा खायें और अगर आप ज्‍यादा चाहते हैं तो बड़ा अंडा खायें। जितना बड़ा अंडा उतना अधिक फायदा और उतना ही अधिक प्रोटीन और मिनरल्‍स आपके शरीर को मिलेगा।

पौष्टिक तत्‍वों से भरपूर
हालांकि इसमें पाया जाने वाला कोलेस्‍ट्रॉल दिल के लिए नुकसानदेह है लेकिन 40 से अधिक हुए शोधों में यह बात साबित हो चुकी है कि अंडा एक स्‍वस्‍थ आहार है। इसमें विटामिन ए, डी, बी12 के साथ रिबाफ्लेविन, फास्‍फोरस, और फोलेट पाया जाता है। ये सारे पौष्टिक तत्‍व शरीर के लिए फायदेमंद हैं और इनके कारण दिमाग मजबूत होता है और आंखों की रोशनी भी बढ़ती है।

वजन संतुलित रखता है
वजन का प्रबंधन करने में अंडा आपकी बहुत मदद कर सकता है। अंडा खाने के बाद आपकी भूख शांत हो जाती है और आप ओवरईटिंग से बच जाते हैं। एक अंडे में 70 कैलोरी और 6 ग्राम प्रोटीन होता है, यानी इसे लो कैलोरी फूड भी कहा जा सकता है। अगर आप वजन कम करना चाहते हैं तो अंडे का सेवन कीजिए।

प्रोटीन होता है
अंडे के सफेद भाग में अल्ब्यूमिन नाम का प्रोटीन भरपूर मात्रा में पाया जाता है, सुबह के वक्‍त शरीर को इस प्रोटीन की बहुत आवश्यकता होती है इसलिए अगर आप रोज नाश्ते में अंडे का सेवन करेंगे तो शरीर को भरपूर मात्रा में प्रोटीन मिलेगा। यह दिन भर आपको ऊर्जावान रखने में भी मदद करता है।

विटामिन डी
कैल्सियम के साथ-साथ विटामिन डी भी हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए जरूरी होता है। हमारे शरीर को विटामिन डी सूर्य की किरणों के अवशोषण और कुछ आहार से मिलता है, इसमें अंडा भी आता है। अंडे में विटामिन डी भरपूर मात्रा में होता है जो हड्डियों को मजबूत बनाता है।

रंग का असर नहीं पड़ता
कुछ लोगों का मानना है कि सफेद अंडे की तुलना में भूरा अंडा अधिक फायदेमंद होता है, जबकि यह वास्‍तविक नहीं है। अमेरिकन एग बोर्ड के अनुसार अंडे के रंग से उसकी पौष्टिकता पर कोई फर्क नहीं पड़ता, सफेद और भूरे अंडे समान होते हैं और दोनों में बराबर मात्रा में पो‍षक तत्‍व मौजूद होते हैं।

फैट कम करता है
एक बड़े अंडे में 1.5 ग्राम सैचुरेटेड फैट, 1.8 ग्राम मोनोसैचुरेटेड फैट और एक ग्राम पॉलीअनसैचुरेटेड फैट मौजूद होता है। इसके अलावा एक बड़े अंडे में 185 मिग्रा कोलेस्‍ट्रॉल होता है। 2010 की डायटरी गाइडलाइन एडवाइजरी संस्‍था के अनुसार व्‍यक्ति को नियमित तौर पर 300 मिग्रा कोलेस्‍ट्रॉल की आवश्‍यकता होती है, इससे अधिक कोलेस्‍ट्रॉल के सेवन से दिल की बीमारियों के होने की संभावना होती है। लेकिन अगर आप रोज एक अंडा खायें तो आपकी कोलेस्‍ट्रॉल की जरूरत भी पूरी होगी और दिल भी बीमार नहीं होगा।

ताजा अंडे खायें
अंडों की भी एक्‍सपायरी डेट होती है, फार्म से बाहर आने के तीन सप्‍ताह के अंदर ही अंडो का प्रयोग फायदेमंद होता है। लेकिन यह भी ध्‍यान रहे कि इस बीच वह अच्‍छी तरीके से कोल्‍ड स्‍टोर में रखा गया है। अगर अंडे अधिक समय बाहरी तापमान में रखे जायें तो उनकी पौष्टिकता खत्‍म होने लगती है। इसलिए कोशिश कीजिए कि ताजे अंडे ही खायें।

एनर्जी बूस्‍टर है अंडा
अंडा बहुत ही अच्‍छा एनर्जी बूस्‍टर है। यदि आप रोज सुबह उठने में आलस का अनुभव करते हैं तो अंडे का सेवन आपके लिए फायदेमंद है। यह एक बेहतरीन एनर्जी बूस्टर है। रोज सुबह नाश्ते में इसे लेने से आपको पूरे दिन की ऊर्जा मिलेगी। इसके पीले भाग में हेल्दी फैट्स होते हैं जो शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं।

fair skin (गोरी त्वचा पाने के घरेलू उपाय)

गोरी त्वचा पाने के घरेलू उपाय
अक्सर गोरेपन को खूबसूरती का पैमाना माना जाता है। इसी खूबसूरती को हासिल करने के लिए तरह-तरह के उपाय भी किए जाते हैं। महंगी से महंगी क्रीम, लोशन आदि सबका उपयोग किया जाता है। लेकिन जब आप घर बैठे गोरी त्वचा पा सकती हैं तो इतनी भागदौड़ भला क्यूं। इस लेख को पढ़ें और गोरी त्वचा पाने के घरेलू उपाय जानें।
gori twacha pane ke gharelu upaay

सच तो यह है कि रंगत केवल एक ही रात में नही बदली जा सकती इसमें समय लगता है। अगर आप भी अपनी रंगत को गोरा करना चाहते है तो घर में उपलब्‍ध चीजों की सहायता से ऐसा किया जा सकता है।

आइए जानें घरेलू उपायों के बारें में-

एक बाल्टी गुनगुने पानी में कुछ ठण्डे या दो नींबू का रस मिलाकर गर्मियों में कुछ महीने तक नहाने से त्वचा का रंग निखरने लगता है।
आंवले का मुरब्बा रोज खाने से दो-तीन महीने में ही रंग निखरने लगता है।
गाजर का जूस आधा गिलास खाली पेट सुबह लेने से एक महीने में रंग निखरने लगता है।
पेट को हमेशा ठीक रखें, कब्ज न रहने दें।
अधिक से अधिक पानी पीएं।
चाय कॉफी का सेवन कम करें।
रोजाना सुबह शाम खाना खाने के बाद थोड़ी मात्रा में सोंफ खाने से खून साफ होने लगता है और त्वचा की रंगत बदलने लगती है।

गोरी त्वचा पाने के घरेलू उबटन
इन सब उपायों के अलावा आप विभिन्न प्रकार के घरेलू उबटन लगा कर भी अपनी त्वचा की रंगत निखारी जा सकती है।

हल्दी पैक
त्वचा की रंगत को निखारने के लिए हल्दी एक अच्छा तरीका है। पेस्ट बनाने के लिए हल्दी और बेसन या फिर आटे का प्रयोग करें। हल्दी में ताजी मलाई, दूध और आटा मिला कर गाढा पेस्ट बनाएं, इस पेस्ट को अपने चेहरे पर 10 मिनट लगाएं और ठंडे पानी से धो लें।

हनी आल्मड स्क्रब
बादाम भी रंगत निखारने का काम करता है। रात को 10 बादाम पानी में भिगोकर रख दें। सुबह उसे छील कर पेस्ट बना लें। अब इस पेस्ट में थोड़ा सा शहद मिलाएं और इस पेस्ट को अपनी त्वचा पर लगाकर स्क्रब करें।

चंदन
गोरी रंगत देने के अलावा यह एलर्जी और पिंपल को भी दूर करता है। पेस्ट बनाने के लिए चंदन पाउडर में 1 चम्मच नींबू और टमाटर का रस मिलाएं और पेस्ट को अपने चेहरे और गर्दन में अच्छी तरह से लगाकर थोड़ी देर बाद ठंडे पानी से धो लें।

केसर पैक
उबटन बनाने के लिए आपको दही और क्रीम में थोड़ा सा केसर मिला लें। इस पेस्ट को अपने चेहरे पर लगाएं। सूखने के बाद इसे धो लें। केसर के इस उबटन से भी कुछ दिन में आपकी त्वचा गोरी होने लगेगी।

चिरौंजी का पैक
गोरी रंगत के लिए मजीठ, हल्दी, चिरौंजी का पाउडर लें इसमें थोड़ा सा शहद, नींबू और गुलाब जल मिलाकर पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को चेहरे, गरदन, बांहों पर लगाएं और एक घंटे के बाद चेहरा धो दें। ऐसा सप्ताह में दो बार करने से चेहरे का रंग निखर जाएगा।

मसूर दाल पैक
मसूर की दाल का पाउडर लें इसमें अंडे की जर्दी, नीबू का रस व कच्चा दूध मिलाकर पेस्ट बना लें। रोज इस पेस्ट को चेहरे पर लगाएं, सूखने पर ठंडे पानी से धो लें। चेहरे का रंग निखर जाएगा।

बेसन का उबटन
बेसन 2 चम्मच, सरसों का तेल 1 चम्मच और थोड़ा सा दूध मिला कर पेस्ट बना लें। पूरे शरीर पर इस उबटन को लगा लें। कुछ देर बाद हाथ से रगड कर छुडाएं और स्नान करें। त्वचा गोरी व मुलायम हो जाएगी।


इन सब घरेलू उपायों को अपना कर आप कुछ ही दिनों में स्वस्थ, सुंदर, चमकदार और गोरी त्वचा पा सकती है। लेकिन कोई भी नुस्खा आजमाने से पहले अपनी त्वचा के प्रकार को जांच लें।

Thursday, 18 September 2014

" जीरा " के चमत्कारीक आयुर्वेदिक प्रयोग



"जीरा" 

Photo: ^ जानिए " जीरा " के चमत्कारीक आयुर्वेदिक प्रयोगों के बारे में 

- जीरा, अजवाइन, सोंठ, कालीमिर्च, और काला नमक अंदाज से लेकर चूर्ण कर लें। इसमें थोड़ी सी घी में भूनी हींग मिलाकर खाने से पाचन शक्ति बढ़ती है। पेट का दर्द ठीक हो जाता है।

- जीरा, अजवाइन और काला नमक का चूर्ण रोजाना एक चम्मच खाने से तेज भूख लगती है और पेट की गैस शांत होती है।

- 3 ग्राम जीरा और 125 मि.ग्रा. फिटकरी पोटली में बांधकर गुलाब जल में या उबाल कर ठंडा किए हुए 10 ग्राम जल में भिगो दें। आंख में दर्द होने पर या लाल होने पर इस रस को टपकाने से आराम मिलता है।

- दही में भूरे जीरे का चूर्ण मिलाकर खाने से डायरिया मिटता है।

- जीरे को नींबू के रस में भिगोकर नमक मिलाकर गर्भवती स्त्री को देने उसका जी मचलाना बंद हो जाता है।

- सिरके के साथ जीरा देने से हिचकी बंद हो जाती है।

- जीरे को गुड़ के साथ खाने से मलेरिया में लाभ पहुंचता है।

- जीरा आयरन का सबसे अच्छा स्त्रोत है, जिसे नियमित रूप से खाने से खून की कमी दूर होती है।

- एसीडिटी से तुरंत राहत पाने के लिए, एक चुटकी कच्चा जीरा खाने से फायदा मिलता है।

- ब्लड शुगर को नियंत्रित करने के लिए छोटा चम्मच पिसा जीरा दिन में दो बार पानी के साथ लें।

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जीराअजवाइनसोंठकालीमिर्चऔर काला नमक अंदाज से लेकर चूर्ण कर लें।इसमें थोड़ी सी घी में भूनी हींग मिलाकर खाने से पाचन शक्ति बढ़ती है। पेट का दर्दठीक हो जाता है।

जीराअजवाइन और काला नमक का चूर्ण रोजाना एक चम्मच खाने से तेज भूखलगती है और पेट की गैस शांत होती है।


जीरे को नींबू के रस में भिगोकर नमक मिलाकर गर्भवती स्त्री को देने उसका जीमचलाना बंद हो जाता है।


-3  ग्राम  जीरा  और  125  मि ग्रा .  फिटकरी  पोटली  में  बांधकर  गुलाब जल  में  या  उबाल  कर  ठंडा  किए  हुए  10  ग्राम  जल  में  भिगो  दें।  आंख में  दर्द  होने  पर  या  लाल  होने  पर  इस  रस  को  टपकाने  से  आराम मिलता  है।



दही में भूरे जीरे का चूर्ण मिलाकर खाने से डायरिया मिटता है।


सिरके के साथ जीरा देने से हिचकी बंद हो जाती है।


जीरे को गुड़ के साथ खाने से मलेरिया में लाभ पहुंचता है।



जीरा आयरन का सबसे अच्छा स्त्रोत हैजिसे नियमित रूप से खाने से खून की कमीदूर होती है।



एसीडिटी से तुरंत राहत पाने के लिएएक चुटकी कच्चा जीरा खाने से फायदामिलता है।



ब्लड शुगर को नियंत्रित करने के लिए छोटा चम्मच पिसा जीरा दिन में दो बार पानीके साथ लें।